B.Ed News Updates: B.Ed करने वाले अभ्यर्थियों के लिए बड़ी खबर आ चुकी है, लखनऊ यूनिवर्सिटी सेमत सभी शैक्षिक संस्थानों में सत्र 2024 - 25 में एक वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम शुरू करने की उम्मीद की जा रही है। इस पाठ्यक्रम में वही अभ्यर्थी दाखिला ले सकते हैं। जिन्होंने 4 वर्षीय स्नातक, परास्नातक की डिग्री हासिल कर रखी है। नेशनल काउंसलिंग फॉर टीचर एजुकेशन के लिए देशभर के उच्च शिक्षण संस्थानों के विशेषज्ञ शिक्षकों के निगरानी में बीएड एक वर्ष का पाठ्यक्रम तैयार किया जा रहा है। पाठ्यक्रम बनाने के लिए जो समिति गठित की जा रही है। इसकी अध्यक्षता शिक्षा संकाय की वरिष्ठ प्रो. तृप्ता त्रिवेदी जी कर रही है।
काउंसिल ने इस संबंध में सभी राज्यों के उच्च शिक्षा विभाग एवं उच्च शिक्षा से जुड़े लोगों, जन प्रतिनिधियों से सुझाव मांगे हैं। जिसका जवाब देते हुए सांसद ताम्रध्वज साहू ने B.Ed को एक साल का करने की प्रस्ताब की है। सांसद ने अपने सुझाव में कहा है, कि छत्तीसगढ़ में अधिकांश लोग निम्न मध्यम वर्ग के हैं। जिनके लिए दो साल की फीस का इन्तिजाम करना मुश्किल हो रहा है और वे बीएड कोर्स में एडमिशन लेने से पीछे हट रहे हैं।
पूर्व में B.Ed एक वर्षीय कोर्स था
पूर्व में B.Ed एक वर्षीय कोर्स हुआ करता था। लेकिन 2014 में एनसीटीई द्वारा अपने रेगुलेशन में संशोधन किया गया था। जिसके अनुसार बीएड को दो वर्षीय पाठ्यक्रम बना दिया गया है। तभी से इस संशोधन का विरोध शुरू हो गया था। जहां महाविद्यालय का कहना था, कि इसकी वजह से सीटें खाली जा रही हैं और उन्हें वित्तीय समस्या हो रही है। इसे देखते हुए एनसीटीई ने अब फिर से रेगुलेशन 2014 में संशोधन करने या फिर इसे समाप्त करने पर विचार कर रही है। लेकिन किसी भी निर्णय पर पहुंचने से पहले एनसीटीई इस संबंध में बड़े स्तर पर विचार विमर्श करना चाहती है। इसके लिए एससीटीई ने कमेटी का गठन भी किया है।
B.Ed के लिए लागू हुए यह पैटर्न
सांसद साहू एनसीटीई को भेजे गए अपने सुझाव में कहा है, कि छत्तीसगढ़ राज्य आदिवासी व पिछड़ा बहुल क्षेत्र है। यहां के निवासियों का आर्थिक स्तर भी सामान्य से भी कम है। बीएड पाठ्यक्रम द्विवर्षीय होने से फीस एवं समय दोनों में बढ़ोत्तरी हो गई है। इससे शिक्षक बनने का ख्वाब देखने वाले अभ्यर्थियों को काफी परेशानी हो रही है।
आप भी दे सकते हैं बीएड के लिए फीडबैक
एनसीटीई से प्राप्त जानकारी के अनुसार रेगुलेशन 2014 में बदलाव के लिए कमेटी का गठन किया गया है। एनसीटीई के चेयरपर्सन द्वारा गठित कमेटी देशभर से इस संबंध में सुझाव ले रही है जिसके आधार पर बीएड को फिर से एक वर्ष किया जाए कि नहीं, इस पर निर्णय लिया जाएगा। वे अपना सुझाव regulation@ncte-india.org पर ईमेल कर या फिर डाक से भेज सकते हैं।
लखनऊ विश्वविद्यालय में विषय सेमेस्टर के तहत कई पाठ्यक्रमों का परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। जो अभ्यर्थी इसके विस्तृत परीक्षा कार्यक्रम को विस्तार पूर्वक देखना चाहते हैं वह LU की ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं। LU की वेबसाइट में विषय सेमेस्टर परीक्षा 2023 के मद्देनजर रखते हुए स्नातक एवं परास्नातक के कई पाठ्यक्रमों का परीक्षा कार्यक्रम घोषित किया गया है। जिसमें बीवीए, बीएफए सेल्फ फाइनेंस एंड रेगुलर के प्रथम, तृतीय, पंचम व सप्तम सेमेस्टर की परीक्षाएं शामिल की गई है। इन सभी पाठ्यक्रमों की परीक्षा 16 जनवरी से 24 जनवरी तक कराई जाएंगे।
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परीक्षा कार्यक्रम की संपूर्ण तिथियां
आप सभी को इन समेस्टरों की विस्तार पूर्वक परीक्षा तिथि बता दे, MBA एवं MFA की प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं 23 जनवरी से 27 जनवरी तक होगी और वहीं पर तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा 24 जनवरी से 29 जनवरी तक कराई जाएगी। इसके सभी पेपर प्रथम पाली यानी 9:00 से दोपहर 12:00 बजे तक कराया जाएगा। MBA फाइनेंस एंड अकाउंटिंग की प्रथम व तृतीय सेमेस्टर की परीक्षाएं 8 जनवरी से 22 जनवरी तक कराई जाएगी। जो द्वितीय पाली में होगी यानी दोपहर 2:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक परीक्षा कराई जाएगी। M.SC रिन्यूबल एनर्जी प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा 10 जनवरी से शुरू होकर 19 जनवरी तक कराई जाएगी। वहीं पर इसके तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा 10 जनवरी से 22 जनवरी तक कराई जाएगी।